Top पारद शिवलिंग कैसा होता है Secrets

In today's society, motor vehicles have become necessities for Many of us, rather than luxuries. Purchasing a car needs to be an interesting and fulfilling knowledge, not one filled with aggravation and dread.

पारद शिवलिंग का महत्व है की समस्त पापो का नाश करने वाला तथा रोगों से मुक्ति प्रदान करने वाला शिवलिंग है

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शालिग्राम को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। इसलिए विष्णु देव को प्रसन्न करने के लिए इसकी स्थापना करना शुभ होता है। यदि कोई विधि-विधान और पूरे अनुष्ठान अनुसार शालिग्राम की स्थापना करता है तो इससे भगवान विष्णु उसे सामंजस्य और समृद्धि की प्राप्ति कराते हैं। ज्योतिषियों अनुसार जहाँ शालिग्राम के स्पर्शमात्र से आप बुध ग्रह को शांत कर अपने पापों का अंत कर सकते हैं वहीं उसका पूजन कर भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी पा सकते है। क्योंकि भगवान विष्णु को बुध ग्रह का स्वामित्व प्राप्त है। इसी लिए शालिग्राम की स्थापना से आपका लोगों को बुरी नज़र और दुष्प्रभाव से पूरी तरह बचाव होता है।

स्कंदमाता – ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नमः।।

परभणी पर्यटन चारठाणा धार्मिक स्थळ – ऐतिहासिक हेमाडपंती मंदिरे

लिंगकोटिसहस्त्रस्य यत्फलं सम्यगर्चनात्। तत्फलं कोटिगुणितं रसलिंगार्चनाद् भवेत्।।

महागौरी- श्रीं क्लीं ह्रीं वरदायै नमः।।

आपल्या शहरातील ताज्या बातम्या आणि ई-पेपर मिळवा मोफत

"I went from filling out an software to having a new vehicle in my driveway! The finance folks have been incredibly handy in obtaining me the ideal offer achievable."

तुम्ही भक्तिभावनेने त्या शिवलिंगाला website देवघरात स्थान देऊ शकता. 

धार्मिक मान्यतेनुसार, महादेव हे पारद शिवलिंगात वास करतात. ज्या घरात पारदचे शिवलिंग असते, त्या घरात तंत्र-मंत्रचा किंवा इतर कोणत्याही नकारात्मक शक्तीचा प्रभाव राहत नाही. यासह विद्यार्थ्यांनी मानसिक क्षमता वाढवण्यास मदत होते. 'ओम नमः शिवाय' चा जप केल्याने ज्ञान, बुद्धी आणि बुद्धी वाढते. तर महामृत्युंजय मंत्राने आरोग्य आणि दीर्घायुष्यासाठी लाभते. घरात पारद शिवलिंगाची नियमित पूजा केल्याने घरात समृद्धी येते. विवाहास पात्र असलेल्या तरुण-तरुणींनी पारद शिवलिंगासमोर बसून मंत्रोच्चारांसह पूजा करावी आणि चांगला जेडीदार मिळावा यासाठी प्रार्थना करावी.

उसे अकाल मृत्यु, रोग ,दरिद्रस्ता जैसे समस्त दुखो से मुक्ती मिल जाएगी, और उसके मान-सम्मान, यश ,धन एवं एश्वर्य में वृद्धि होगी

घर में हाथ के अंगूठे के पहले भाग से बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। जहां शिवलिंग रखा हो, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। रोज सुबह-शाम शिवलिंग के पास दीपक जलाएं। भोग लगाएं। घर में क्लेश न करें और शिवजी के मंत्रों का जाप करें।

पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग की स्थापना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *